ये कभी बड़े मैच के प्लेयर नही रहे हैं।
ओहली कोहली के पास खेल की स्पिरिट नही है मैच क्या घण्टा बचायेंगे ... 12-15 हजार रन खाते में जरूरी नही होते।
जरूरी होता है समय पर खेलना।
पांच शतक लेकर उसकी बत्ती बना ली जाय तो अच्छा है।
जैसे ही किसी बॉलर की गेंद घूमने लगती है ये नाचने लगते हैं।
आमिर के सामने चैम्पियंस ट्रॉफी में, वर्ल्डकप सेमीफइनल में स्टार्क के सामने, आज ट्रेंट बोल्ट के सामने।
और हाँ..!!
सर जडेजा और धोनी इतना ही कर सकते हैं।
तुम इतनी बड़ी फॉर्म में होने के बाद भी दहाई नही पहुंचो तो धोनी को नही तुमको सन्यास लेना चाहिए।
कार्तिक फार्तिक पहले भी नही समझ आते थे आज भी नही, पता नही क्या करने आये थे?
15-16 बॉल पर खाता खोला, एक चौका गलती से लगा और फिर आउट ..
ओहली कोहली के पास खेल की स्पिरिट नही है मैच क्या घण्टा बचायेंगे ... 12-15 हजार रन खाते में जरूरी नही होते।
जरूरी होता है समय पर खेलना।
पांच शतक लेकर उसकी बत्ती बना ली जाय तो अच्छा है।
जैसे ही किसी बॉलर की गेंद घूमने लगती है ये नाचने लगते हैं।
आमिर के सामने चैम्पियंस ट्रॉफी में, वर्ल्डकप सेमीफइनल में स्टार्क के सामने, आज ट्रेंट बोल्ट के सामने।
और हाँ..!!
सर जडेजा और धोनी इतना ही कर सकते हैं।
तुम इतनी बड़ी फॉर्म में होने के बाद भी दहाई नही पहुंचो तो धोनी को नही तुमको सन्यास लेना चाहिए।
कार्तिक फार्तिक पहले भी नही समझ आते थे आज भी नही, पता नही क्या करने आये थे?
15-16 बॉल पर खाता खोला, एक चौका गलती से लगा और फिर आउट ..
अब या तो बुमराह, भुवनेश्वर और चहल ही बल्लेबाजी भी करके मैच जीता दें।
छठवां विश्वकप जा रहा है ऑस्ट्रेलिया के पास।
छठवां विश्वकप जा रहा है ऑस्ट्रेलिया के पास।
वो बताएंगे कि बड़े मैच खेले कैसे जाते हैं और विश्वविजयी बना कैसे जाता है।
उन्होंने रोहित की तरह ढ़ोया नही है किसी को, वेड को उन्होंने नही लिया, कोई कमी नही है उसमें, उठाकर देख लीजिए उसका रिकॉर्ड।
उन्होंने रोहित की तरह ढ़ोया नही है किसी को, वेड को उन्होंने नही लिया, कोई कमी नही है उसमें, उठाकर देख लीजिए उसका रिकॉर्ड।
खैर बातें बहुत है।