"हिन्दी हमारी राष्ट्रभाषा है", "हिन्दी अपनाओ"
"हिन्दी हैं हम वतन है हिन्दोस्तान हमारा"
जापान, चीन, रूस जैसे विकसित दे
शों
ने अपनी मातृभाषा को महत्त्व दिया है और निरन्तर प्रगतिमान हैं। हिंदी अति सरल और
मीठी भाषा हैं l तभी तो देश के बाहर भी हिंदी ने अपना स्थान बना सकने में सफलता
हासिल किया है l नेपाल , मोरिशोस, यहाँ तक चाइना और रसिया में भी हिंदी अच्छी तरह बोली और पढ़ी
जाती है l
यह
अलग बात हैं कि अपने ही कुछ लोग है जो अपनी ही भाषा की इज्जत नहीं करते l
विश्व की एक प्राचीन, समृद्ध तथा महान भाषा होने के साथ ही हिन्दी हमारी राष्ट्रभाषा भी है। हिंदी भाषा हमारी राष्ट्रीयता और सम्मान का प्रतीक है। हिंदी और बिंदी तो हमारी पहचान है । जब पूरा विश्व अपनी मातृभाषा पे गर्व करता है, तो मेरे भारतवर्ष में हिन्दी पे शर्मिंदगी क्यूँ?
विदेश मंत्री के रुप में अटल बिहारी बाजपेयीजी ने १९७७ में UNO की जनरल असेम्ब्ली की बैठक में हिन्दी में प्रवचन दे के जब भारत का गौरव बढाया तब विदेश सचिव जगत महेता ने पत्रकारो को बताया कि "पहली बार मुजे पता चला की हिन्दी भाषा कितनी प्रभावशाली है।"
क्या हमें अँग्रेजी की गुलामी छोडकर हिन्दी को महत्व नहीं देना चाहिए ?"भारत की सिर्फ़ सात प्रतिशत जनसंख्या अँग्रेजी बोलती है । सारे विश्व की भाषाओं में हिन्दी सबसे आगे है क्योंकि हिन्दी बोलने वालों की संख्या चीनी एवं अंग्रेजी से अधिक है।
"हिन्दी हैं हम वतन है हिन्दोस्तान हमारा"
जापान, चीन, रूस जैसे विकसित दे
विश्व की एक प्राचीन, समृद्ध तथा महान भाषा होने के साथ ही हिन्दी हमारी राष्ट्रभाषा भी है। हिंदी भाषा हमारी राष्ट्रीयता और सम्मान का प्रतीक है। हिंदी और बिंदी तो हमारी पहचान है । जब पूरा विश्व अपनी मातृभाषा पे गर्व करता है, तो मेरे भारतवर्ष में हिन्दी पे शर्मिंदगी क्यूँ?
विदेश मंत्री के रुप में अटल बिहारी बाजपेयीजी ने १९७७ में UNO की जनरल असेम्ब्ली की बैठक में हिन्दी में प्रवचन दे के जब भारत का गौरव बढाया तब विदेश सचिव जगत महेता ने पत्रकारो को बताया कि "पहली बार मुजे पता चला की हिन्दी भाषा कितनी प्रभावशाली है।"
क्या हमें अँग्रेजी की गुलामी छोडकर हिन्दी को महत्व नहीं देना चाहिए ?"भारत की सिर्फ़ सात प्रतिशत जनसंख्या अँग्रेजी बोलती है । सारे विश्व की भाषाओं में हिन्दी सबसे आगे है क्योंकि हिन्दी बोलने वालों की संख्या चीनी एवं अंग्रेजी से अधिक है।
जागो भारतीय जागो !! जय हिन्द, जय भारत ! वन्दे मातरम !!