भ्रष्टाचार मिटाने की शुरुआत खुद से
आज सारी दुनिया जिस मुल्क को, जिस
मुल्क की तरक़्क़ी को आदर और सम्मान के साथ देख
रही है, वह
भारत है. लोग कहते हैं कि हिंदुस्तान में सब कुछ
मिलता है, जी
हां हमारे पास सब कुछ है.
लेकिन हमें यह कहते हुए शर्म भी आती है और अफ़सोस भी होता है कि
हमारे पास ईमानदारी नहीं है. हमारी
रोज़मर्रा की ज़िंदगी में भ्रष्टाचार कितनी गहराई तक उतर चुका है और किस तरह से बेईमानी एक राष्ट्रीय मजबूरी
बनकर हमारी नसों में समा चुकी है