मेरी आदत और अमेरिका की आदत बिल्कुल एक जैसी है मैं भी अगर कोई ऐसी चीज होती है कि जो कभी काम ना आने वाली हो तो भी मैं कहीं रख देता हूं कि क्या पता भविष्य में कभी काम आये
अमेरिका ने यह जो बम बनाया था उसने जिंदगी में कभी उपयोग में नहीं लिया था
साइड में रख दिया था कि क्या पता कभी काम आए
और आज ईरान के पांच न्यूक्लियर साइट को तबाह करने में इन्हीं बमो ने सबसे बड़ी भूमिका निभाई
एक बम का वजन 16000 किलोग्राम होता है और यह तीन डिवीजन में होता है आगे का क्षेत्र एक टरबाइन चलित रॉकेट होता है जो जमीन को ड्रिल करते हुए आगे बढ़ता है
और इन बम की 4 कैटेगरी है 60 फीट गहराई 90 फीट गहराई और डेढ़ सौ फीट गहराई और 300 फीट गहराई तक
इसमें आगे जो टरबाइन का एरिया होता है उसमें दो टरबाइन या 5 टरबाइन और फिट किया जा सकता है ताकि इसकी ड्रिल करने की क्षमता और बढ़ जाए