फोर्दो न्यूक्लियर प्लांट ईरान की 20 साल की मेहनत थी और वह खरबो डॉलर इसके लिए लगाया तेल बेच बेच कर पैसा जुटाया
पहाड़ को काटा कई 100 फीट नीचे बंकर बनाए दुनिया के तमाम देशों से स्मगलिंग करके तमाम चीज जुटाई चीन से चोरी छुपे यूरेनियम लिया और एक न्यूक्लियर प्लांट के लिए कई अन्य प्लांट लगाने पड़ते हैं जैसे हैवी वाटर प्लांट कुलिंग रॉड बनाने का प्लांट और न्यूक्लियर रिएक्टर को ठंडा करने के लिए विशाल हीट एक्सचेंजर आदि
इस बीच कई डॉक्यूमेंट सामने आए जिसमें पता यह चला कि ईरान टैक्टिकल परमाणु बम बनकर हमास और हिजबुल्ला तथा हूथी को देने वाला है
यानी ईरान यह चाहता था उसका परमाणु बम एक स्टेटलेस यानी राज्य विहीन आतंकी संगठन इस्तेमाल करें ताकि उसकी जिम्मेदारी किसी देश पर ना आने पाए
और यह सच्चाई है हुथियो को बैलिस्टिक मिसाइल ईरान ने दिया है और यह बात ईरान और हूथी दोनों स्वीकार भी कर रहे हैं
7 अक्टूबर की हमले की पूरी प्लानिंग ईरान की बदनाम IRGA ने रची थी हमास को रॉकेट का पूरा भंडार ईरान ने राहत सामग्री के बहाने भर भर के इजिप्ट के रास्ते भेजा था
हमास को सुरंग बनाने की टेक्नोलॉजी से लेकर सुरंग बनाने में मदद सब कुछ ईरान ने दिया
यानी अगर आप इतना सब कुछ एक देश को सिर्फ इसलिए बर्बाद करने पर लगा दोगे कि वह उसे देश का जो धर्म है आप उस धर्म से नफरत करते हो तो आपको बिल्कुल बर्बाद किया जाना चाहिए
इसराइल और ईरान में कोई दुश्मनी नहीं है ना कोई बॉर्डर मिलती है ना सीमा मिलती है बस ईरान इजरायल से इसलिए नफरत करता है क्योंकि इसराइल एक यहूदी देश है
और आप ट्विटर पर खूमनई के ऑफिशियल हैंडल को देखिए उनके हर दूसरे ट्वीट में जब वह इजरायल के खिलाफ लिखते हैं तब वह यहूदी शब्द (जियोनिस्ट) जरूर लिखते हैं
दुनिया का कोई राष्ट्र प्रमुख किसी भी धर्म के लिए इस तरह का जहर नहीं उगलता जिस तरह का जहर ईरान यहूदियों के लिए उगल रहा है
इस धरती पर सबको रहने का अधिकार है यहूदियों और हिंदुओं को भी इस धरती पर रहने का अधिकार है तुम अगर उन्हें मिटाने की कोशिश करोगे तो यह 19वीं सदी के शुरुआत वाली धरती नहीं है
अब दुनिया में सब कुछ बदल चुका है तुम्हें करारा जवाब मिलेगा